tag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post8299759439934381468..comments2023-12-21T16:22:10.490+05:30Comments on मो सम कौन कुटिल खल कामी.. ?: खेद सहित!संजय @ मो सम कौन...http://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-81115464904330627162010-12-07T09:23:57.977+05:302010-12-07T09:23:57.977+05:30अपने को केन्द्र में रखने के कैमॉफ्लाज रच कर, कितन...अपने को केन्द्र में रखने के कैमॉफ्लाज रच कर, कितनों की तस्वीर समा जाती है आप में. जनहित में यह चेतावनी जारी कर रहा हूं-आपका 'मैं' प्रथम पुरुष नहीं अन्य पुरुष है, सर्वनाम है.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-24240918974080369262010-05-03T12:54:52.668+05:302010-05-03T12:54:52.668+05:30असल मजा तो फत्तू के ससुर ने दे दिया...असल मजा तो फत्तू के ससुर ने दे दिया...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-15135816359718881972010-04-23T18:23:01.124+05:302010-04-23T18:23:01.124+05:30तुम सम कौन ! सच ही !
अनोखे भाई ! फत्तू तो गज़ब का ...तुम सम कौन ! सच ही ! <br />अनोखे भाई ! फत्तू तो गज़ब का कैरेक्टर है ! <br />पढ़कर आनन्द आया !Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-90335790282494524592010-04-22T19:28:35.995+05:302010-04-22T19:28:35.995+05:30आपका तो अंदाज़ ही निराला है.... हम आपके अब कायल हो...आपका तो अंदाज़ ही निराला है.... हम आपके अब कायल हो गए हैं.... और सच्ची कह रहे रहे हैं..... अब हम आपको ज़िन्दगी भर नहीं छोड़ेंगे.... यह दोस्ती हम अब मरते दम तक निभाएंगे.... फत्तू एक ऐसा कैरेक्टर आप लाये हैं...कि सच्ची कह रहा हूँ.... बहुत हिट होगा... और मैं तो फत्तू का फैन हो गया हूँ.... और कामचोर के इस गाने की क्या कहें.... कान तरस गए हैं... ऐसे गाने सुनने को... आपके टेस्ट को सलाम....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-31515419741857691372010-04-21T16:14:34.885+05:302010-04-21T16:14:34.885+05:30मो सम... को ढूँढने निकली। खोजा भी। पढ़ने लगी तो आपन...मो सम... को ढूँढने निकली। खोजा भी। पढ़ने लगी तो आपने अनामी , क्षमा कीजिएगा बेनामी जी के चिट्ठे का रास्ता दिखा दिया तो वह डीटूर लेकर आ रही हूँ। बहुत लम्बी बहसें देखकर आई हूँ। और आप कह रहे हैं मैराथन की बात! साँस तो मेरी फूल गई है। परन्तु अपने में सम्भावना होने की कोई सम्भावना न पाकर बहुत राहत महसूस हुई।<br />नारियल के पेड़ पर चढ़े व्यक्ति की सोच सही लगी। परन्तु आप कहाँ पंजाब में लोगों को नारियल पर चढ़ा रहे हैं? बरोटे(बरगद), पीपल या आम पर चढ़ाते तो सही रहता।<br />कुल मिलाकर यहाँ आना आनन्ददायक रहा। आती रहूँगी। <br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-5644427526440170802010-04-21T15:56:11.851+05:302010-04-21T15:56:11.851+05:30भाई इस पोस्ट का मतलब कुछ भी कोई निकाले लेकिन हमें ...भाई इस पोस्ट का मतलब कुछ भी कोई निकाले लेकिन हमें तो इसे पढ़ कर आनंद आ गया...सारी मानसिक थकान उतर गयी..आप की भाषा और कथ्य का कोई जवाब नहीं...पामोलिव है...(पामोलिव दा जवाब नहीं ...याद है कपिल देव वाला एड?)<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-4823855464963173222010-04-20T22:12:52.208+05:302010-04-20T22:12:52.208+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-10813260887982718892010-04-20T22:04:09.404+05:302010-04-20T22:04:09.404+05:30पिछली गलती से सबक लिया की कठिन उर्दू बंद । ये मेरी...पिछली गलती से सबक लिया की कठिन उर्दू बंद । ये मेरी पहली कसम है। ठीक।<br /><br />अब आप जरा मुह मोड़ लीजिये आपके मुह सामने आपकी बड़ाई करने का मन नहीं है। ठीक।<br /><br />अनेजा जी उत्तम प्रकृति के लेखक हैं इसमें कोई शक नहीं। लेखन मौज मस्ती के लिए करते हैं पर जो भी करते हैं वो है तो उत्तम ही। आप मौज करें हमें भी कराएँ और ये sillysila यों ही चलता रहे हमें तो इतना ही चाहिए बस।VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-44657429675206998362010-04-20T19:53:56.242+05:302010-04-20T19:53:56.242+05:30’मो सम कौन?(कुटिल, खल, कामी)’
नाम बड़े और दर्शन खो...<b>’मो सम कौन?(कुटिल, खल, कामी)’</b><br />नाम बड़े और दर्शन खोटे... I mean, छोटे!<br />मज़ा आ गया पढ़कर. अब आपका तो नाम है (बदनाम भी होंगे तो क्या नाम न होगा), जो ठीक समझें सो करें, हमने तो अनुसूचित होने का धन्यवाद दिया था.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.com