tag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post1677900360759495833..comments2023-12-21T16:22:10.490+05:30Comments on मो सम कौन कुटिल खल कामी.. ?: मजा नहीं आया यार.....संजय @ मो सम कौन...http://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comBlogger42125tag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-12619731173339509542010-11-14T16:06:13.768+05:302010-11-14T16:06:13.768+05:30फत्तू तो कमाल के हैं .....
मजा आ गया !!!फत्तू तो कमाल के हैं .....<br />मजा आ गया !!!Shabad shabad https://www.blogger.com/profile/09078423307831456810noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-91465861944004796992010-11-13T17:10:44.902+05:302010-11-13T17:10:44.902+05:30@ Deepak Saini & Avinash Chandra:
शुर्किया दोस...@ Deepak Saini & Avinash Chandra:<br />शुर्किया दोस्तों, अच्छे लोगों की संगति और सलाह मानने का फ़ल है ये।<br /><br />@ दीपक बाबा:<br />हम बोलेगा तो बोलोगे कि..<br />गुरू, ये बताओ ’मजा आया कि नहीं’?<br /><br />@ केवल राम:<br />धन्यवाद मित्र।<br /> <br />@ प्रवीण पाण्डेय जी:<br />पाण्डेय जी, घर की मुर्गी...।<br /><br />@ कुमार राधारमण जी:<br />आपके शामिल होने से हमारी महफ़िल में चार चांद लग गये, शुक्रिया।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-64142240098061055482010-11-13T09:06:54.537+05:302010-11-13T09:06:54.537+05:30हमारे जीवन से हास्य का लोप किस क़दर हो गया है,हमने...हमारे जीवन से हास्य का लोप किस क़दर हो गया है,हमने कभी ध्यान ही नहीं दिया। मज़ा,मौज और मज़ाक के इस मजमे में मैंने ख़ुद को भी शरीक पाया।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-54510517531420678482010-11-13T08:00:57.155+05:302010-11-13T08:00:57.155+05:30हम भी पहली अंग्रेजी पिक्चर देखने गये जेम्स बांड की...हम भी पहली अंग्रेजी पिक्चर देखने गये जेम्स बांड की। उससे अच्छी फाइटिंग तो मिथुन दा करते हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-22604196622210838932010-11-13T07:13:53.344+05:302010-11-13T07:13:53.344+05:30अरे वाह ....कमाल कर दिया ..शुभकामनायेंअरे वाह ....कमाल कर दिया ..शुभकामनायेंकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-17993518059795775742010-11-12T21:36:04.581+05:302010-11-12T21:36:04.581+05:30बात तो सही है सर जी.
और ये नया टेम्पलेट अच्छा लगा....बात तो सही है सर जी.<br />और ये नया टेम्पलेट अच्छा लगा..Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-16044612004314651472010-11-12T20:57:21.418+05:302010-11-12T20:57:21.418+05:30एक बात : मज़ा किसी का गुलाम नहीं.......
हा हा ह...एक बात : मज़ा किसी का गुलाम नहीं....... <br /><br /><br />हा हा हा - सोचते रहिये.........<br />या फिर बोलिए.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-35119286919441593782010-11-12T20:53:51.235+05:302010-11-12T20:53:51.235+05:30भाई साहब,
आज नये लुक मे पोस्ट पढने का मजा डबल हो ग...भाई साहब,<br />आज नये लुक मे पोस्ट पढने का मजा डबल हो गया<br />अभी तक तीन बार पढ चुका हूँDeepak Sainihttps://www.blogger.com/profile/04297742055557765083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-52977790830227484342010-11-12T19:19:45.675+05:302010-11-12T19:19:45.675+05:30@ Smart Indian:
निष्कर्ष:सारे निष्कर्ष व्यर्थ हैं।...@ Smart Indian:<br />निष्कर्ष:सारे निष्कर्ष व्यर्थ हैं।<br />दोस्त का कद आपसे बहुत छोटा है, इसलिये अर्ज किया था कि ’क्षमा बड़न को चाहिये और छोटन को उत्पात।’ फ़िर मैं खुद कई जगह पर जाकर अपनी राय(मेरी नजर में निष्पक्ष ही) रख देता हूँ, तो मुझे भी कविता की, धर्म की, या किसी बात की परिभाषा नहीं मालूम। सीख जायेंगे धीरे धीरे, यही सोचकर जो मन में आता है, कह देते हैं।<br />पोस्ट पर आपके कमेंट में मेरे प्रति तो प्यार ही झलकता है लेकिन वो दोस्त कहीं ये न समझ बैठे कि मैंने उसकी इस बात को शिकायत के तौर पर लिया है।<br />हमेशा की तरह शायद मैं गलत समझ लिया गया। <br />आपकी राय को पक्षपातपूर्ण मानना, आपको राय देने का हक न समझना आदि आदि - ऐसा सोचना भी असंभव है। उन गिने चुने लोगों में से आप हैं जिनका साथ, मार्गदर्शन न मिलता तो शायद मुझे कोई नहीं जानता।<br />हक आपको बहुत ज्यादा है, ’वक्त आने पर बता देंगे तुझे ऐ आसमां’<br />प्रभु,कुपित न हों:)<br /><br />@ अली साहब:<br />हम तो नेक बंदा ही समझते हैं उन्हें, अब भी (और आपको भी):)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-15924751182153990332010-11-12T16:04:22.333+05:302010-11-12T16:04:22.333+05:30मज़े की बात करके आपने गिरिजेश जी से बहुत कुछ कहलवा...मज़े की बात करके आपने गिरिजेश जी से बहुत कुछ कहलवा डाला हम तो उन्हें नेक बंदा ही समझ रहे थे अब तक :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-69185124637987365302010-11-12T10:01:15.795+05:302010-11-12T10:01:15.795+05:30@उस दोस्त का भी मुझे अपनी निष्पक्ष राय बताने का हक...<b>@उस दोस्त का भी मुझे अपनी निष्पक्ष राय बताने का हक है।</b><br />निष्कर्ष 1: हम दोस्त नहीं हैं। <br />निष्कर्ष 2: हमारी राय निष्पक्ष नहीं है। <br />निष्कर्ष 3: हमें अपनी (निष्पक्ष) राय बताने का हक़ नहीं है। <br />निष्कर्ष 4: हम दोस्त नहीं हैं।<br />निष्कर्ष 5: ऊपर लिखे सभी निष्कर्ष सही हैं।<br />निष्कर्ष 6: निष्कर्ष 1+2 सही हैं।<br />निष्कर्ष 7: .....<br />निष्कर्ष....Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-14484698669232177332010-11-12T05:39:21.046+05:302010-11-12T05:39:21.046+05:30@ गिरिजेश राव जी:
सुप्रभात। हमने कब कहा जी कि इनके...@ गिरिजेश राव जी:<br />सुप्रभात। हमने कब कहा जी कि इनके मायने नहीं पता? वैकबलरी ठीक ठाक है जी अपनी:)<br />चित्र हटा दिया है, फ़ोन्ट का जुगाड़ भी करूंगा कुछ न कुछ। <br /><br />@ Anand:<br />Thanx Anand.<br /><br />@ अभिषेक ओझा:<br />और ज्यादा ज्ञानवर्धन करने के लिये शुक्रिया।<br /><br />@ Shah Nawaj:<br />(..)<br /><br />@ "वत्स महाराज"<br />इसे लेकर हाजिर होता हूँ जी किसी दिन लुधियाना में।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-2591633378297825212010-11-12T02:33:39.272+05:302010-11-12T02:33:39.272+05:30लगता है आपके इस फत्तू से अब मुलाकात करनी ही पडेगी ...लगता है आपके इस फत्तू से अब मुलाकात करनी ही पडेगी :)Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-28513012112725381282010-11-11T22:50:41.058+05:302010-11-11T22:50:41.058+05:30:-)
प्रेमरस.कॉम:-)<br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><a href="http://www.premras.com" rel="nofollow"> <br />प्रेमरस.कॉम<br /><br /></a>Shah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-72696293268417511552010-11-11T22:36:07.138+05:302010-11-11T22:36:07.138+05:30मजा वाला भाग गजब का है. वैसे कहते हैं न की चिड़िया...मजा वाला भाग गजब का है. वैसे कहते हैं न की चिड़िया की जान जाती है और खाने वाले को मजा ही नहीं आता है. बाकी MV को MD भी कहा जा सकता है... "MD:महा दान" :) उन्हीं KLPD और GPL वाले दिनों से याद आया जिन दिनों में आप ले गए.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-44918475697912026492010-11-11T21:50:29.116+05:302010-11-11T21:50:29.116+05:30lekin fatu ki baat pe to maja aa gaya..kaun kahta ...lekin fatu ki baat pe to maja aa gaya..kaun kahta hai..maja nahi aaya yaar..hahaaaaaAnand Rathorehttps://www.blogger.com/profile/14768779067635315825noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-33197151721790680082010-11-11T21:17:12.906+05:302010-11-11T21:17:12.906+05:30@ अपूर्ण:
पहली बार आये हैं आप, स्वागत एवम धन्यवाद।...@ अपूर्ण:<br />पहली बार आये हैं आप, स्वागत एवम धन्यवाद।<br /><br />@ poorviya:<br />अरे मिसिर जी, आप अपनी पोस्ट के लिये इत्ते इत्ते गंभीर मुद्दे छांट लेते हैं, आपकी सामर्थ्य है। बचा खुचा हम बटोर लाते हैं।<br /><br />@ Udan Tashtari:<br />सही बात है जी, हाड़ तोड़ कर रूपये कमाये जाते हैं, ऐसे कैसे जाने देगा फ़त्तू?<br /><br />@ विचार शून्य:<br />दीप, जो अनुरोध स्मार्ट इंडियन जी से किया है, वही तुमसे करता हूँ। सबको राय रखने का हक है। <br /><br />@ धीरू सिंह जी:<br />हमें फ़ीला फ़ाला कुछ नहीं था जी, जो हुआ हमारे दोस्तों को हुआ था। एक तो हम इस मामले में काने राजा थे, दूसरे ’जीरो एक्स्पैक्टेशन थ्योरी’ के मानने वाले। आपका वाकया और भी मजेदार रहा होगा यकीनन, हम बस कह देते हैं:)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-72465397219505596792010-11-11T21:03:18.618+05:302010-11-11T21:03:18.618+05:30@ ktheLeo:
चलिये साहब, कोई तो हुआ जिसे पोस्ट की टा...@ ktheLeo:<br />चलिये साहब, कोई तो हुआ जिसे पोस्ट की टाईटल से इत्तेफ़ाक हुआ। आपने कहा न कि मजा सा आया, इसका मतलब मजा नहीं आया यार, हा हा हा। शुक्रिया।<br /><br />@ अन्तर सोहिल:<br />शुक्रिया अमित।<br /><br />@ anshumala ji:<br />आप क्या जानें 80 रुपये की कीमत? जन्मदिन की इतनी शानदार पार्टी की थी तो कैटरर्स, डेकोरेटर्स को शिकायत मिलने पर भुगतान नहीं करने की धमकी दी थी, भूल गईं आप? फ़त्तू के 80 रुपये की कीमत आप क्या जानो अंशुमाला जी?:))<br /><br />@ अरविन्द जी:<br />धन्यवाद।<br /><br />@ देवेन्द्र पाण्डेय जी:<br />यारों के मजे आते रहें, फ़तुआ खुश ही खुश है।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-2954015171887726892010-11-11T20:47:29.670+05:302010-11-11T20:47:29.670+05:30@ स्मार्ट इंडियन:
आपके प्यार और विश्वास पर मेरा हक...@ स्मार्ट इंडियन:<br />आपके प्यार और विश्वास पर मेरा हक है, लेकिन सर, उस दोस्त का भी मुझे अपनी निष्पक्ष राय बताने का हक है। हो सकता है वो मुझसे कुछ ज्यादा ही उम्मीद कर रहा हो, या फ़िर वो पार्टिकूलर पोस्ट वाकई उसे मजा न दे पाई हो। आपसे अनुरोध नहीं, हक से उस दोस्त की भावना की कदर करने की आशा कर रहा हूं। <br /><br />@ निर्मला कपिला जी:<br />शुक्रिया मैडम जी।<br /><br />@ दीपक सैनी:<br />मजे पर ये कहावत शायद सहारनपुर में खासी लोकप्रिय है, हमारे जैन साहब भी बहुत फ़रमाया करते थे ये(जिला सहारनपुर से ही हैं वे भी)। <br /><br />@ साकेत शर्मा:<br />शुक्रिया मेरे हमपेशा दोस्त।<br /><br />@ राजेश उत्साही जी:<br />क्या तुलना की है राजेश जी:) कहां नेने और कहां हाहाहा।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-75600739799955508962010-11-11T20:42:00.884+05:302010-11-11T20:42:00.884+05:30MV - इसे किसी कॉलेज के हॉस्टल में प्रेषित कर दें म...MV - इसे किसी कॉलेज के हॉस्टल में प्रेषित कर दें मय अर्थ। रातो रात हिट हो जाएगा और फिर जवानों के लिंग्वा फ्रैंका का पार्ट भी जैसे KLPD, GPL वगैरह हो गए हैं। क्या कहा? इनके मायने नहीं पता? अमाँ इत्ते भी न बनो। <br />वो जो फत्तू के आने के पहले ह्यूमर को आप दार्शनिक गम्भीरता दे देते हैं और फिर फत्तू का हास्य प्रस्तुत कर देते हैं; कमाल करते हैं।<br /> <br />किसी ने पहले किसी पोस्ट पर चौड़ाई को लेकर पढ़ने में कठिनाई की बात कही थी। मैं दुहरा रहा हूँ, ऐसा शायद चौड़ाई नहीं बल्कि फॉंट और बैकग्राउंड चित्र के कारण होता है। फॉंन्ट बड़ा कीजिए या बदलिए और ये पिछवाड़े का चित्र हटाइए। अनुरोध है बस। कोई और बात नहीं। <br />वैसे हो सकता है कि कुछ लोगों की आँखों में ही दोष हो क्यों कि ऐसी शिकायत केवल दो ही जन किए हैं। <br />पोस्ट बहुत धाँसू लगी। ऐसे किस्से बहुतेरे दोस्तों के साथ होते हैं और आप जिस तरह से प्रस्तुत करते हैं उससे सभी जुड़ाव महसूस करते हैं।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-10971711776315356182010-11-11T20:34:40.883+05:302010-11-11T20:34:40.883+05:30@ ललित शर्मा जी:
आपनै पसंद आई, मन्नै मजा आ गया।
....@ ललित शर्मा जी:<br />आपनै पसंद आई, मन्नै मजा आ गया।<br />.. राम राम।<br /><br />@ सतीश सक्सेना जी:<br />छोटा भाई बनाकर मजे ले रहे हो आप,ले लो। <br />सर की तरफ़ से मस्त धन्यवाद(ईमानदारी वाला)स्वीकारें, बड़े भाई:)<br /> <br />@ महेन्द्र मिश्र जी:<br />आभार आपका सर।<br /><br />@ Avinash Chandra:<br />बिरादर, all that is politically correct, is very often incorrect. नाक नहीं कटेगी, बेफ़िक्र रहो।<br /><br />@ मज़ाल साहब:<br />भाई का आशीर्वाद बना रहे, मजे तो निकाल लेंगे।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-12397491884610941412010-11-11T19:58:36.070+05:302010-11-11T19:58:36.070+05:30मज़ा आ गया और फ़त्तु ने तो और बढा दिया .
याद आ जा...मज़ा आ गया और फ़त्तु ने तो और बढा दिया . <br />याद आ जाती है पढकर ......... एक बार हम १० दोस्त दिल्ली घूमने गये और लाख मशक्कत के बाद चाणक्य सिनेमा मे फ़िल्म देखने पहुचे लेकिन जो आपको फ़ील हुआ वह हमे भी फ़ील हुआ था .dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-10069394279771075732010-11-11T19:28:23.819+05:302010-11-11T19:28:23.819+05:30मैं स्मार्ट इंडियन जी की बात से सहमत हूँ की वो व्य...मैं स्मार्ट इंडियन जी की बात से सहमत हूँ की वो व्यक्ति जिसने ये कहा की आपके लेख मजेदार नहीं होते उसे मजे की परिभाषा ही नहीं पता.VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-11752448232476911342010-11-11T18:45:34.075+05:302010-11-11T18:45:34.075+05:3080 रुपये किलो में खरीद कर कैसे छोड़ दे बेचारा फत्त...80 रुपये किलो में खरीद कर कैसे छोड़ दे बेचारा फत्तु!! :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-60531666174538929162010-11-11T16:31:00.479+05:302010-11-11T16:31:00.479+05:30kaha kaha se mal late ho-----
sunder hai.kaha kaha se mal late ho-----<br />sunder hai.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07499570337873604719noreply@blogger.com