tag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post203351835269873948..comments2023-12-21T16:22:10.490+05:30Comments on मो सम कौन कुटिल खल कामी.. ?: पंगा न लै.....संजय @ मो सम कौन...http://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comBlogger40125tag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-10844764328259506642011-05-12T17:43:40.100+05:302011-05-12T17:43:40.100+05:30बहुत ही सुन्दर तरीके से आपने इस शख्सियत को सबके सा...बहुत ही सुन्दर तरीके से आपने इस शख्सियत को सबके सामने परोसा है ... आपके चरित्र चित्रण करने का अपना ही निराला तरीका है ... एक सांस में पढके खतम कर लेते हैं ... आप कितना भी लंबा पोस्ट लिखो पढ़ने में बोर नहीं लगता ...Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-73053234669216011292011-05-05T21:08:03.085+05:302011-05-05T21:08:03.085+05:30sanjay ji prasang to majedar tha hi sari tippaniya...sanjay ji prasang to majedar tha hi sari tippaniyan bhi padh gayee aur un par aapke reply bhi sach maja aa gaya.kavita vermahttps://www.blogger.com/profile/18281947916771992527noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-35932018994845864182011-05-05T19:10:33.097+05:302011-05-05T19:10:33.097+05:30जितना ज्यादा दुखी दिखाई दे सकने की कला में निपुण ह...जितना ज्यादा दुखी दिखाई दे सकने की कला में निपुण होगा, वह भीतर से उतना ही सुखी होगा।<br /><br />लाख टके की बात कह गए हैं आप...अद्भुत लेखन है आपका...<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-17670032360523416472011-05-05T18:12:29.684+05:302011-05-05T18:12:29.684+05:30@ अदा जी:
बहुत शुक्र है जी ऊपर वाले का जो आपको ’शा...@ अदा जी:<br />बहुत शुक्र है जी ऊपर वाले का जो आपको ’शार्ट एंड स्वीट’ बनाया। फ़्रंट में रहें हमेशा और उठाती रहें फ़ायदा आप, हमारी तो देखी जायेगी। कहीं पढ़ा था कि मुसीबत जब तक शार्ट रहती है तब तक ही स्वीट रहती है। आपको मुसीबत नहीं बताया है जी, कहीं भूल से ये समझ बैठें..:) <br />वैसे आपका ’ठिंगनी राग’ हमें पसंद नहीं है(गुस्से वाला स्माईली या जो भी कहते हों उसे) हमारी नजर में आप 'larger than life' हैं। जान लीजिये, मान लीजिये।<br /><br />@ दीपक सैनी:<br />ऐसे विरले ही किस्से कहानियों के पात्र बनते हैं दीपक। शुक्रिया।<br /><br />@ Avinash Chandra:<br />दो बनारसी असहमतियों के बाद एक समर्थक भी मिला(वैसे यकीन था), अब कम से कम जमानत जब्त तो नहीं होगी:) <br />धन्यवाद अवि।<br /><br />@ अली साहब:<br />टिप्पणी एकदम डिरेल्ड नहीं है अली साहब, सहमत हैं आपसे।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-9237080405539121962011-05-05T18:03:09.602+05:302011-05-05T18:03:09.602+05:30सत्य वचन प्रभु!...पंगा लेने वाला भला पंगु कैसे हो ...सत्य वचन प्रभु!...पंगा लेने वाला भला पंगु कैसे हो सकता है?SKThttps://www.blogger.com/profile/10729740101109115803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-83957051316191082612011-05-05T17:39:14.660+05:302011-05-05T17:39:14.660+05:30हर शहर में हर शख्श परेशान सा क्यों है ?
टिप्पणी ड...हर शहर में हर शख्श परेशान सा क्यों है ?<br /><br />टिप्पणी डीरेल्ड लग सकती है पर हमारे समाजी हालात इस तरह के मर्जीवडों की उर्वर भूमि हैं !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-81322424547626895902011-05-05T09:58:31.761+05:302011-05-05T09:58:31.761+05:30सुन्दर रंगीन पृष्ठ (वो अलग बात है कि, "हमारी ...सुन्दर रंगीन पृष्ठ (वो अलग बात है कि, "हमारी आईज की ब्यूटी, सभी की आईज में खटकी"... २ पोस्ट पूर्व से ससंदर्भ :)) ), आकर्षक सज्जा, शिक्षाप्रद कहानी (यहाँ शिक्षा मिली ही नहीं केवल हमेशा की तरह, अंत में निचोड़ के बताई भी गई है :) ) ।<br />अंत में सुन्दर मीठा सन्देश।<br />और सबसे बढ़िया बात, इस पाठ के अंत में प्रश्न नहीं हैं, गीत है। :)<br />बहुत ही बढ़िया।Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-32677176984243187162011-05-04T22:47:41.612+05:302011-05-04T22:47:41.612+05:30अपनी कमजोरी को इस्तेमाल करने वाले लोग बिरले ही मिल...अपनी कमजोरी को इस्तेमाल करने वाले लोग बिरले ही मिलते है <br />किस्सा अच्छा और सीख देनेवाला है <br /><br />धन्यवादDeepak Sainihttps://www.blogger.com/profile/04297742055557765083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-26619219397063965572011-05-04T22:40:25.548+05:302011-05-04T22:40:25.548+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-71221523719354654002011-05-04T19:44:50.171+05:302011-05-04T19:44:50.171+05:30@ somali:
पसंद आया, बहुत शुक्रिया जी।
@ अन्तर सोह...@ somali:<br />पसंद आया, बहुत शुक्रिया जी।<br /><br />@ अन्तर सोहिल:<br />सही कहा अमित, असमर्थ और असहाय ही फ़ंसते हैं ऐसे मकड़जाल में। <br />साँपला, रोहतक या दिल्ली कहीं से भी ले लो यार चश्मा अच्छा सा, मेरे हिसाब में दर्ज कर लेना। मिलेंगे तो कर लेंगे हिसाब चुकता:)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-77612094910960886882011-05-04T19:36:31.356+05:302011-05-04T19:36:31.356+05:30@ anshumala ji:
हम तो सबको विद्वान ही मानते समझते ...@ anshumala ji:<br />हम तो सबको विद्वान ही मानते समझते हैं जी।<br />लिंगानुपात वाली बात बहुत अच्छे से समझाई आपने, वैसे तब तक हो सकता है चाईना वाले कोई हल उपलब्ध करवा दें:)<br />ये वाला पिंक भी मेरा नहीं है जी, निकालेंगे इसका कोई सर्वमान्य हल। ड्राफ़्ट बनाकर हाईकमान से पूछना पड़ेगा:)<br /><br />@ Apanatva:<br />सरिता दी, जैसा हूँ सो हूँ ही। जब तक हूँ, झेलना ही है:) आपका कहा मेरे सर-माथे।<br /><br />@ prkant:<br />’शिवाजी, द बॉस’ आप भी ले लो हमारे मजे:)<br /><br />@ Udan Tashtari:<br />वैसे आप के तो खुदके प्रवचन बहुत शानदार होते है समीर सर:)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-19133579095952529612011-05-04T19:22:28.714+05:302011-05-04T19:22:28.714+05:30@ राहुल सिंह जी:
आप भी बांकपन और खम के बहुत मुरीद ...@ राहुल सिंह जी:<br />आप भी बांकपन और खम के बहुत मुरीद दिखते हैं:)<br /><br />@ विचारशून्य:<br />’अहसासे कमतरी’ रखने से अपने पैर जमीन पर रहते हैं बंधु, सो अपने को पसंद है। बहुत दिनों के बाद पिछली फ़ार्म में दिख रहे हो, अच्छा लग रहा है।<br /><br />@ निर्मला कपिला जी:<br />आप ऐसा कहकर मुझे शर्मिंदा मत करें। मुझसे क्षमा क्यों? अवश्य कुछ गलतफ़हमी है और फ़िर बड़ों से तो सिर्फ़ आशीर्वाद की आस रहती है, आप आशीर्वाद देती ही अच्छी लगती हैं। वही दीजिये, वही स्वीकार्य है।<br /><br />@ Ajit Gupta ji:<br />आप सहमत हैं, मेरा हौंसला शूट-अप कर गया है:) शुक्रिया जी।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-43018286576626371512011-05-04T19:15:02.632+05:302011-05-04T19:15:02.632+05:30@ धीरू सिंह:
:)) मस्त मैजिक वाला मुहावरा।
@ वाणी ...@ धीरू सिंह:<br />:)) मस्त मैजिक वाला मुहावरा।<br /><br />@ वाणी गीत:<br />सच में तारीफ़ वाली ही बात है। बेचारे:)<br /><br />@ देवेन्द्र पाण्डेय:<br />मुद्दा उठाने वाले तो और बहुत से हैं देवेन्द्र भाई, इधर तो खालिस भटकन ही है और हम ये शुरू से कहते आये हैं:) अब मुद्दों पर भी हम लिखने लगे तो हो लिया काम, वैसे कोशिश करेंगे कभी जरूर।<br /><br />@ विशाल:<br />ओये होये विशाल भाई, मिलाओ एक और समानता पर हाथ:)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-63383268624088759112011-05-04T19:07:36.603+05:302011-05-04T19:07:36.603+05:30@ चला बिहारी...:
मैं भी कल ही लिखवाता हूँ सलिल भाई...@ चला बिहारी...:<br />मैं भी कल ही लिखवाता हूँ सलिल भाई, हो सकता है हमारी भी चल निकले। प्रेरक कमेंट:)<br /><br />@ झूमा:<br />जान गये बेटा डैडी वाली बात। देख लो कितने लोग शिकायत कर रहे हैं रंग के बारे में, लेकिन एक तुम्हारी बात के कारण अब तक नहीं बदला है। गुड लक डियर फ़ोर युअर स्टडीज़।<br /><br />@ अभिषेक ओझा:<br />चले कहाँ? अपने एक प्रिय बंधु की मेल से प्राप्त फ़ीडबैक के संपादित अंश तो पढ़ते जाते। पहचान सको तो मेल में लिखना कौन हो सकता\ती है:) - "रंग संयोजन पर अभिषेक ओझा की शिकायत पढ़ी। उन्हें समझा दीजिये कि यह अभिजात्य रंग है - elite classs blogger, कोई कितना भी रोये चिल्लाये आप नहीं बदलने वाले! पाठकों को झेलना ही होगा। <br />अभिषेक ओझा की आँखों के लिये तो उपचार की तरह है - ********** से जमा बेकार इस रंग से ठीक हो जाता है।" :))<br /><br />@ स्मार्ट इंडियन जी:<br />हम किसी से पंगा नहीं लेते जी, डरते हैं खुद से:)) सिपाही-जन्नल आला फ़ार्मूला कत्ती चाल्हापाड़ सै जी, पंगा सॉरी मजा आ गया:)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-77242800248019407802011-05-04T18:45:37.508+05:302011-05-04T18:45:37.508+05:30@ भारतीय नागरिक:
ये हुआ न सकारात्मक दृष्टिकोण:)
@...@ भारतीय नागरिक:<br />ये हुआ न सकारात्मक दृष्टिकोण:)<br /><br />@ प्रवीण पाण्डेय:<br />सबसे शक्तिशाली हैं जी फ़िर तो हम:)<br /><br />@ सतीश सक्सेना जी:<br />धन्यवाद जी।<br /><br />@ poorviya:<br />अब का करें मिश्रा जी, यही बेतरतीबी हमें भी तो चैन नहीं लेने देती। प्रयास करेंगे कि आपको कम अखरा करे हमारी पोस्ट।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-3951158573020631192011-05-04T18:17:14.607+05:302011-05-04T18:17:14.607+05:30गाढ़ा रंग, चुंधियाई आंखें, चश्मे वाली कंपनी से कमी...गाढ़ा रंग, चुंधियाई आंखें, चश्मे वाली कंपनी से कमीशन, वर्ग विशेष से इस रंग को जोड़ना - भ्रष्टाचार और कदाचार के ऐसे ऐसे आरोप लगाये जा रहे हैं मुझ पर। साजिश है ये मुझे भ्रष्टाचारी साबित करने की, ताकि कल को कोई मुझसे कमेंट न ले। कह देंगे कि ये तो भ्रष्टाचार का आरोपी है:))संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-49149678836951889402011-05-04T17:45:09.500+05:302011-05-04T17:45:09.500+05:30एक चश्मा भिजवा दो जी धूप का
पोस्ट पढने में परेशानी...एक चश्मा भिजवा दो जी धूप का<br />पोस्ट पढने में परेशानी हो रही है। :)<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-77572337826577311982011-05-04T17:44:16.364+05:302011-05-04T17:44:16.364+05:30मॉरल अच्छा लगा
अब सोच रहा हूँ कि कौन-कौन से सर्टिफ...मॉरल अच्छा लगा<br />अब सोच रहा हूँ कि कौन-कौन से सर्टिफिकेट साथ रखने चाहियें। कमियों, कमजोरियों की कोई कमी तो है नहीं अपने पासअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-10995538722578279312011-05-04T17:42:58.500+05:302011-05-04T17:42:58.500+05:30सामने वाला कभी हावी नहीं हो सकता जी, कर्ज जो लिया ...सामने वाला कभी हावी नहीं हो सकता जी, कर्ज जो लिया है और ऐसे लोगों से वही लेते हैं, जिनके नाते-रिश्ते, पास-पडोस और मित्र-बंधु दूर से नमस्ते करके निकल जाते हैं।<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-37889428068105055812011-05-04T17:31:38.207+05:302011-05-04T17:31:38.207+05:30bahut badhiya sirbahut badhiya sirsomalihttps://www.blogger.com/profile/09587252663847734730noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-723222069684842152011-05-04T17:20:16.445+05:302011-05-04T17:20:16.445+05:30कामयाबी के सूत्र मिले...बड़ा हितकारी प्रवचन रहा आज...कामयाबी के सूत्र मिले...बड़ा हितकारी प्रवचन रहा आज का.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-30686229242687944822011-05-04T17:05:33.647+05:302011-05-04T17:05:33.647+05:30sir ji , kisi chashmevale se tay to nahin kar rakh...sir ji , kisi chashmevale se tay to nahin kar rakha hai :) aankhen michmicha rahi hain.<br />post dhaansu hai. prawah tez hai. maza aa gaya.rajani kanthttps://www.blogger.com/profile/01145447936051209759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-48809515884131007812011-05-04T13:16:40.377+05:302011-05-04T13:16:40.377+05:30meree dadeejee jinhe hum ammajee kahte the jab kab...meree dadeejee jinhe hum ammajee kahte the jab kabhee kisee se prabhavit hotee thee to kahtee thee ye jitna oopar se dikhata hai usase thugna zameen me hai........chotee thee kabhee isaka arth samjh nahee paee par aaj tumhe vo hee shavd thohrane ka man ho raha hai......<br />jitne oopar dikhte ho usase thugna ( double ) zameen me ho.......Apanatvahttps://www.blogger.com/profile/07788229863280826201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-41194999135642912572011-05-04T10:20:28.842+05:302011-05-04T10:20:28.842+05:30कहते है नक़ल के लिए भी अकल चाहिए ,मतलब ये की अपनी क...कहते है नक़ल के लिए भी अकल चाहिए ,मतलब ये की अपनी कमजोरियों के अपने फायदे के लिए प्रयोग करने के लिए भी बड़ी अक्ल और हिम्मत की जरुरत होती है ये करना भी कोई हलुवा नहीं है जो कोई भी कर ले इसलिए ऐसा करने वालो को किसी बड़े विद्वान से कम न समझे और दुसरे बिना दिमाग लगाये उनकी नक़ल करने कोशिश न करे | <br /><br /> रही बात हर लडके की शादी हो जाने की बात तो इसे आप ऐसे समझे की जो बचे दो सौ लडके है वो अपने छोटे भाई के लायक लड़की से शादी कर लेते है उनके छोटे भाई अपने छोटे भाई के लायक लड़की से और अंत में होता ये है की जिस लड़की से भतीजे को शादी करनी चाहिए उससे उसका सबसे छोटा भाई शादी कर लेता है और भतीजा बीस साल बाद कुवारा रह जायेगा मतलब आज जो अंतर दिख रहा है उसका परिणाम धीरे आप को दिखेगा और समाज में दिखेगा कई सारे बेमेल विवाह | <br /><br /> मेरी मानिये झुमा से एक बार फिर से गुलाबी (लड़कियों का फेवरेट पिंक) रंग दिखा कर पूछिये की उसे वो पसंद है या ये आप वाला पिंक अब अगली बार से आप का ब्लॉग खोलने से पहले धुप का चश्मा पहनना पड़ेगा आँखे चौंधिया जाती है :))anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-67485510034239390912011-05-04T09:51:33.054+05:302011-05-04T09:51:33.054+05:30हौसला चाहिए जी, फिर शरीर कैसा भी हो। अपनी कमजोरी क...हौसला चाहिए जी, फिर शरीर कैसा भी हो। अपनी कमजोरी की ही अपनी ढाल बनाने वाले अक्सर सफल ही होते हैं। बिंदास लिखा है।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.com