tag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post7061645416608901886..comments2023-12-21T16:22:10.490+05:30Comments on मो सम कौन कुटिल खल कामी.. ?: केदारनाथ संजय @ मो सम कौन...http://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comBlogger41125tag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-15911955513520970052013-07-03T23:52:00.277+05:302013-07-03T23:52:00.277+05:30डा.आशुतोष जी,
अपनी अल्प समझ से जैसा समझ आता है, म...डा.आशुतोष जी, <br />अपनी अल्प समझ से जैसा समझ आता है, मैं तो वही लिख देता हूँ। आप सुधीजन अपना अभिमत देते हैं, चर्चा को विस्तार तो उसी से प्राप्त होता है। आपके स्नेह के लिये आभार व्यक्त कर रहा हूँ।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-79199101250163661392013-07-03T16:51:32.426+05:302013-07-03T16:51:32.426+05:30आदरनीय भाईसाब ...इतने बिस्तार से आप सभी बिद्वतजनों...आदरनीय भाईसाब ...इतने बिस्तार से आप सभी बिद्वतजनों के बिचारो को पढने का सुअवसर प्राप्त हुआ. सच है जो लोग भ्रामक स्थित पैदा कर रहे हैं उनका यह कृत्य अमानवीय है...बहुत ही चिंतन के मुद्दे पर ध्य्नाकर्षण कराते हुए शानदार लेख के लिए हार्दिक बधाई ..सादर प्रणाम के साथ Dr.Ashutosh Mishra "Ashu"https://www.blogger.com/profile/06488429624376922144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-47158991061961423442013-07-03T10:28:15.465+05:302013-07-03T10:28:15.465+05:30yahi sach hai' ...........hai na''
p...yahi sach hai' ...........hai na''<br /><br /><br />pranam.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-78141077008811518892013-07-03T05:55:36.177+05:302013-07-03T05:55:36.177+05:30आपकी टिप्पणी से अक्षरश: सहमत हूँ वाणी जी, अपनी ऊर्...आपकी टिप्पणी से अक्षरश: सहमत हूँ वाणी जी, अपनी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा देकर ही हम विपत्ति से लड़ सकते हैं। संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-57203080502333031552013-07-02T14:40:10.302+05:302013-07-02T14:40:10.302+05:30और एक बात कहना चाहूंगी ।
ऐसी हर घटना (कुकृत्य) क...और एक बात कहना चाहूंगी । <br /><br />ऐसी हर घटना (कुकृत्य) के पीछे विदेशी हाथ देखना / इलज़ाम विदेशियों पर डाल देने (जैसे मैंने यहाँ नेपालियों की बात कही) भी एक गलत प्रवृत्ति है। <br /><br />ये काम नेपाली भी कर रहे हैं और हिन्दुस्तानी भी । हर समाज में हर समय हर तरह के लोग होते है। ऐसी दुर्घटनाओं के बाद स्थितियों का फायदा लेकर अपनी जेबें भरने वाले लोग भी होते हैं और अपनी जान जोखिम में डाल कर दूसरों की सहायता करने वाले भी । <br /><br />इस त्रासदी के बाद भी दोनों ही तरह की घटनाएं देखने में आई हैं किन्तु दुर्भाग्यवश खबरें उछलती वही हैं जिससे खबरी का निहित स्वार्थ पूरा हो रहा हो।<br />Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-76501676262792301432013-07-02T11:13:12.107+05:302013-07-02T11:13:12.107+05:30मनुष्य और पशु में विशेष अंतर रह नहीं गया है इन दिन...मनुष्य और पशु में विशेष अंतर रह नहीं गया है इन दिनों , ये मान भी लें कि मीडिया बढ़ा चढ़ा कर बता रहा हो , मगर सच्चाई के अंश मौजूद होने की सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता !!<br />समाजों में उदासीनता या नैराश्य की भावना ना उपजे , इसलिए सकारत्मक पक्ष को भी उतना ही हाईलाईट किया जाना चाहिए जितना जोर शोर से नकारत्मक ख़बरों को प्रकाशित/ प्रदर्शित किया जाता है !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-11797229713364693722013-07-02T07:47:30.299+05:302013-07-02T07:47:30.299+05:30दोषी को सजा न मिले तब तक दोष अपना ही है पूरण जी, क...दोषी को सजा न मिले तब तक दोष अपना ही है पूरण जी, किसी को दोष क्या देना?संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-868544886364166602013-07-02T07:29:52.850+05:302013-07-02T07:29:52.850+05:30जैसा कि रोहित ने अपने कमेंट में कहा है कि विपत्ति ...जैसा कि रोहित ने अपने कमेंट में कहा है कि विपत्ति के समय मनुष्य का सर्वोत्तम और निकृष्टतम निकल कर बाहर आता है, यह बात सही है। स्वाभाविक है कि हर घटना को अलग परिवेश\सोच से आये लोग अलग नजरिये से देखते हैं। कुल मिलाकर यह पीड़ादायक है और इसमें संस्कारों की भी भूमिका है और प्रशासन की इमेज की भी। There is a general feeling that one can go scotfree after doing anything, it is a big disappointment on every part.<br /><br />Yes, we are not like that as we all project ourselves to be.<br /><br />As regards wearing jewelry. again, different people have different opinion. I remember one of my seniors almost scolding me a number of times for not wearing any ring, chain etc. on the plea that such things can prove as an emergency tool in case one got stuck somewhere.<br />We ought to be much more disciplined, simple and down to earth. My friend Deepak Baba in his post insisted to follow the style of our ancestors, I second him.<br /><br />and thanks Rachna ji for this valuable comment.संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-29483863527989372972013-07-01T12:08:20.014+05:302013-07-01T12:08:20.014+05:30आप किसी को दोष दे लीजिए लेकिन ये सच्चाई नहीं बदल स...आप किसी को दोष दे लीजिए लेकिन ये सच्चाई नहीं बदल सकती कि ऐसा हुआ था और वहाँ से आनें वाले लोग इन बातों की तस्दीक कर रहे हैं ! पहाड़ के लोगों नें सहायता भी बहुत की लेकिन नेपालियों नें इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया !पूरण खण्डेलवालhttps://www.blogger.com/profile/04860147209904796304noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-42953185160085617572013-07-01T12:05:41.736+05:302013-07-01T12:05:41.736+05:30i read your last post and saw the link but could n...i read your last post and saw the link but could not make out exactly the problem but as it was your post i knew there was a problem and you will come back sooner about the actual issue and hence this post was a confusion relieving one <br />although i was unaware of such problem <br />yet sanjay yesterday in the survivor stories one person said that he his wife and daughter were escorted for safety by local youth { i am not sure whether he said nepali or indian } and as sson the night came their intention came out and they wanted to molest the teenager daughter , he then said that he gave away all his belongings and some how saved his daughter <br /><br />AS FAR AS I THINK THE PLOY TO MOLEST THE DAUGHTER MUST HAVE BEEN DONE TO TAKE ALL THE VALUABLES <br /><br />there is another story today that doctors in that area found 2 people with pressure cookers and when they opened those there were chopped of limbs of dead bodies WITH JEWELRY . <br /><br />I FEEL WE ARE NO MORE AS CIVILIZED AS WE ALL PROJECT OUR SELVES TO BE <br /><br />wearing jewelry even to pilgrimage ?? astonishing as well<br /><br />pregnant woman in late 20s going to pilgrimage and abortions taking place <br /><br />LESSER READ AND SAID BETTER रचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-64473282573948504262013-07-01T01:20:14.685+05:302013-07-01T01:20:14.685+05:30यथार्थ कहा, अनुराग जी.....
"अपने एजेंडे के अन...यथार्थ कहा, अनुराग जी.....<br />"अपने एजेंडे के अनुसार कुछ लोग हर मौके का फायदा उठा लेते हैं।"<br /><br />ऐसी विपदाओं में भी लोग अपनी अपनी विचारधारा का पिष्ट-पोषण ही करते है.पीडाओं का भी उल्लेख दर्द से नहीं अपनी सोच के दर्प से करते है.सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-7365774753688971972013-06-30T23:29:26.397+05:302013-06-30T23:29:26.397+05:30धन्यवाद नीरज जी।धन्यवाद नीरज जी।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-90603750447352753062013-06-30T22:47:23.673+05:302013-06-30T22:47:23.673+05:30अरविन्द जी, बेशक ही ऐसा करने वाले नराधम हैं और उन्...अरविन्द जी, बेशक ही ऐसा करने वाले नराधम हैं और उन्हें उनके दुष्कृत्यों की सजा मिलनी भी चाहिये फ़िर वो किसी भी देश, धर्म या जाति के क्यों न हों।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-90901047512543185052013-06-30T22:46:09.080+05:302013-06-30T22:46:09.080+05:30लोकेन्द्र भाई, दुनिया में दोनों ही तरह की विचारधार...लोकेन्द्र भाई, दुनिया में दोनों ही तरह की विचारधारायें और उनके मानने वाले रहते ही हैं। खबरवाले बेशक चौबीस घंटे दिख रहे हों लेकिन हर चीज को सनसनीखेज बनाकर अपनी विश्वसनीयता खो रहे हैं।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-16352853035980857862013-06-30T22:44:04.680+05:302013-06-30T22:44:04.680+05:30असली बात यही है, कम से कम आपदा के समय तो सब एक सुर...असली बात यही है, कम से कम आपदा के समय तो सब एक सुर में बोलें और एक लक्ष्य के लिये काम करं।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-11467027637864259812013-06-30T22:43:15.736+05:302013-06-30T22:43:15.736+05:30अखबार का शीर्षक चकाचक बिकने वाला तो था लेकिन यह कत...अखबार का शीर्षक चकाचक बिकने वाला तो था लेकिन यह कतई नहीं था।<br /><br /><br />~@ जनता....मूर्ख - <br />I pray what you are saying is true.<br /><br />जो जनता ऐसे हाकिमों को ही जानती मानती है, उसके भाग्य में यही सब होना है। संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-62668763514388128252013-06-30T22:37:56.346+05:302013-06-30T22:37:56.346+05:30आप सही कह रहे हैं सतीश भाई, मैं भी यही कहता हूँ कि...आप सही कह रहे हैं सतीश भाई, मैं भी यही कहता हूँ कि आदमी से ज्यादा खतरनाक जानवर भी कोई नहीं।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-65881753131285618232013-06-30T22:35:57.101+05:302013-06-30T22:35:57.101+05:30प्रशासन अपनी जिम्मेदारी सही से निभाये तो ऐसी नौबत ...प्रशासन अपनी जिम्मेदारी सही से निभाये तो ऐसी नौबत कम से कम आयें।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-8584547705736344692013-06-30T22:34:36.362+05:302013-06-30T22:34:36.362+05:30विपदा में मनुष्य के अंदर का बेहतर औऱ निकृष्टतम आता...विपदा में मनुष्य के अंदर का बेहतर औऱ निकृष्टतम आता है - सहमत हूँ रोहित भाई। खबरों के बारे में उतना सहमत नहीं हूँ। सबसे पहले और लाईव कवरेज के चक्कर में बहुत बार बात का बतंगड़ बना देते हैं भाई लोग। संयोग की बात है इस पोस्ट के पब्लिश होने के बाद ही ’विद्यासागर नौटियाल’ जी का लिखा उपन्यास ’मेरा जामक वापस दो’ पढ़ा है। पहाड़ के आदमी हैं, कम्युनिस्ट पार्टी से विधायक भी रहे हैं और यह उपन्यास ऐसी ही घटना पर आधारित है। मेरी धारणा के विपरीत भी बहुत कुछ है उसमें लेकिन सच्चाई को जिस शालीनता से बयान किया है, सोचने पर मजबूर करती है।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-2688264683229667902013-06-30T22:30:02.513+05:302013-06-30T22:30:02.513+05:30विश्वास है, आपका ध्यान उसी पुरानी पोस्ट पर है जिसक...विश्वास है, आपका ध्यान उसी पुरानी पोस्ट पर है जिसके बारे में मैं सोच रहा था।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-27698309824448388772013-06-30T22:29:00.379+05:302013-06-30T22:29:00.379+05:30एनजीओ वाली बात आपने बताई लेकिन किसी भी एनजीओ से सं...एनजीओ वाली बात आपने बताई लेकिन किसी भी एनजीओ से संबंधित न होने के बावजूद इस बात का मुझे अनुमान था। ऐसी संकट की घड़ी बहुतों के एकदम से सक्रिय होने का बहुत उपयुक्त अवसर होती है। <br />असपताल में भर्ती या कोमा में किसी स्त्री के साथ ही नहीं, मासूम बच्चियों और अशक्त वृद्धाओं के साथ रेप जैसी खबरें हम आदमियों को भी आश्चर्य में नहीं डालतीं। विषय थोड़ा अलग हो जायेगा लेकिन कमजोरी का फ़ायदा उठाने के लिये दोपाया कहीं तक गिर सकता है। और इसीलिये संबंधित मुद्दों पर मेरा सुझाव लड़कियों को मजबूत बनाने का और साथ ही अनावश्यक खतरा मोल न लेने का रहता है।<br />हर दूसरी घटना की तरह स्थानीय लोगों के बारे में सबके अपने अनुभव हैं। कुछ लोगों की स्थानीय लोगों ने बहुत मदद भी की, हालाँकि यह अहसान की श्रेणी में नहीं ही आता लेकिन ऐसा नहीं कि सबने लूटा ही।<br />खबरों को पूरी तरह मनघड़ंत न बताकर मैं उस प्रवृत्ति की तरफ़ ध्यान दिलाना चाह रहा था जो हमें उस लिंक जैसे माध्यम से दिखती है। कुछ समय के बाद इन्हीं खबरों को आधार बनाकर देश, धर्म और समाज पर आघात किये जायेंगे जबकि इन खबरों के अंदर जो लिंक हैं, वो इस घटना से बिल्कुल असंबद्ध हैं।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-5740458564953227852013-06-30T22:14:32.460+05:302013-06-30T22:14:32.460+05:30अजय भाई, गलत करने वाले को पकड़ा भी जाना चाहिये और ...अजय भाई, गलत करने वाले को पकड़ा भी जाना चाहिये और कड़ी से कड़ी सजा भी मिलनी चाहिये। हैवानों के साथ हमें कैसी भी सहानुभूति नहीं है।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-37770668399284980112013-06-30T18:09:24.788+05:302013-06-30T18:09:24.788+05:30 आप द्वारा इंगित यह पहलू विचारणीय हो सकता है! मगर ... आप द्वारा इंगित यह पहलू विचारणीय हो सकता है! मगर तमाम स्रोतों से जो खबर छन कर आ रही है -नराधमों ने किया है भले ही इक्का दुक्का ही क्यों न हो! Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-25288950719594839522013-06-30T17:52:12.392+05:302013-06-30T17:52:12.392+05:30संजय जी शुरू में ऐसी ख़बरों से मैं भी विचलित हो गय...संजय जी शुरू में ऐसी ख़बरों से मैं भी विचलित हो गया था... इसलिए भी दुखी हुआ के भारत के इस हिस्से के लोग बड़े शांतिप्रिय और करुण मन वाले हैं... <br />लेकिन ग्वालियर से गए श्रद्धालु जब लौटे और उनसे मेरी बात हुयी कि आपने पिछले १० दिन कैसे बिताये... उन्होंने बताया कि वहां के लोगों ने हमारे खाने-पीने का इंतजाम किया बिना कोई दाम लिए. <br />वापस लौटे यात्रियों से बात करने के बाद थोडा सुकून मिला कि इंसानियत अभी जिंदा है.... ख़बरों में भले ही मार दी जा रही हो लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-21140725936047382082013-06-30T12:45:53.940+05:302013-06-30T12:45:53.940+05:30आपदा के समय सबके स्वर समवेत उठे, सबके कर्म समवेत ज...आपदा के समय सबके स्वर समवेत उठे, सबके कर्म समवेत जुटें।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com