tag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post8166750673123047846..comments2023-12-21T16:22:10.490+05:30Comments on मो सम कौन कुटिल खल कामी.. ?: छोटे लोग बड़े लोग....chhote log bade log….संजय @ मो सम कौन...http://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-83200567040180281392010-06-29T16:46:47.790+05:302010-06-29T16:46:47.790+05:30इस "मो सम" को "मो सम" ही माना ...इस "मो सम" को "मो सम" ही माना है जी तभी तो साहब अपनी सी लगी है यह रचना..............यह अपनत्व बना रहे........Amit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-32444699678238143092010-06-28T22:40:58.069+05:302010-06-28T22:40:58.069+05:30@ अर्चना जी एवम अदा जी:
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हम बात...@ अर्चना जी एवम अदा जी:<br />-------------------<br />हम बात कर रहे हैं सांग की और आप बात करती है अपने अपने song की। लेकिन झेलने की बात कहकर हमारी श्रोत्र भावना के साथ अन्याय किया है आप दोनों ने। देख रहा है ऊपरवाला:)<br /><br />@ देवेन्द्र जी और अमित शर्मा जी:<br />------------------------<br />पोस्ट अपनी सी लगी तो लेखक को भी अपना सा ही मानना होगा आपको।<br /><br />@ अली साहब:<br />----------<br />अब और शर्मिन्दा मत करिये जनाब। बेअदबी की माफ़ी चाहता हूं।<br /><br />@ अमित जी(अन्तर सोहिल):<br />--------------------<br />सांग आड़े ही होगा ढब्बी, क्यूं घबराये सै? थम तो मेरे हरियाणवी भाई हो, ये प्रणाम खटके है माड़ा सा।<br /><br />@ राजकुमार सोनी जी और भावेश जी:<br />----------------------------<br />आप लोगों का पहली बार पधारने पर धन्यवाद। मार्गदर्शन देते रहियेगा।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-63528774229734800172010-06-28T15:26:01.182+05:302010-06-28T15:26:01.182+05:30काश आज देश में एक प्रतिशत लोग भी इस सोच के हो जाए ...काश आज देश में एक प्रतिशत लोग भी इस सोच के हो जाए तो देश का भविष्य बदल जाए. आरक्षण / सब्सिडी सारे भर्ष्टाचार की जड़ है. देश को बदलने के लिए कम से कम एक पीढ़ी चाहिए. सरकार को अगर सचमुच कुछ करना है तो अनिवार्य शिक्षा सही ढंग से लागु कर दे ताकि जायज लोगो को उनका हक मिल सके और न की इन धन और सत्ता के दलालो को.Bhavesh (भावेश )https://www.blogger.com/profile/14963074448634873997noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-33604031547666949882010-06-28T12:59:27.079+05:302010-06-28T12:59:27.079+05:30अच्छी पोस्ट है।
किसी की मुस्कुराहटों पर हो निसार.....अच्छी पोस्ट है।<br />किसी की मुस्कुराहटों पर हो निसार...<br />आगे गा लेना भाई या गुनगुना लेना<br />मुझे तो यह गाना बहुत अच्छा लगता है।राजकुमार सोनीhttps://www.blogger.com/profile/07846559374575071494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-57429036502944607992010-06-28T11:16:58.018+05:302010-06-28T11:16:58.018+05:30गंभीर प्रश्नों को कितनी सरलता से उठाते हैं आप
पर य...गंभीर प्रश्नों को कितनी सरलता से उठाते हैं आप<br />पर यो सांग कडै हो रह्या सै, मन्नै भी बता दयो<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-4532325275580875382010-06-28T09:29:34.866+05:302010-06-28T09:29:34.866+05:30दुनिया का क्या है, पागल समझती है, समझ ले। अपने से ...दुनिया का क्या है, पागल समझती है, समझ ले। अपने से जहाँ तक हो सके, किसी का गलत नहीं करते। अपन तो जैसे हैं, मस्त हैं इसी में। देखी जायेगी अपनी तो।<br />अपनी सी लगी यह पोस्ट. बधाई.Amit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-16604166294440666052010-06-28T09:03:04.486+05:302010-06-28T09:03:04.486+05:30@ मो सम कौन ?
भाई तब तो बाल बाल बचा मैं :)@ मो सम कौन ?<br />भाई तब तो बाल बाल बचा मैं :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-82586844183411860242010-06-28T07:58:34.702+05:302010-06-28T07:58:34.702+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-69560859801419233702010-06-28T07:40:50.592+05:302010-06-28T07:40:50.592+05:30...जहां सारी दुनिया हंसे, वहां उदासी ढूंढ लो और ज......जहां सारी दुनिया हंसे, वहां उदासी ढूंढ लो और जहां सब उदास हो रहे हों, वहां कोई खुशी ढूंढ लो...<br />..मैंने तो अपने काम की पंक्ति ढूंढ ली. अमल में लाने का प्रयास करूँगा. <br />...इन सब बातों से हम भी दो-चार होते हैं..ऐसा ही एहसास होता है दिल में. अपनी सी लगी यह पोस्ट. बधाई.देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-55022108840196775562010-06-28T04:42:21.089+05:302010-06-28T04:42:21.089+05:30ह्म्म्म्म्म्म.....तो इतने झेल लिए है सांग...........ह्म्म्म्म्म्म.....तो इतने झेल लिए है सांग.........(song)..<br />सबक : समझ मे आ गया .......Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-43274450061940155362010-06-28T01:07:07.344+05:302010-06-28T01:07:07.344+05:30@ क्षमा जी: बिलकुल दिए जी, देने ही थे, उसीके रुपये...@ क्षमा जी: बिलकुल दिए जी, देने ही थे, उसीके रुपये थे<br /><br />@अली साहब: सिद्धांततः सरकार सिर्फ और सिर्फ अपने हक़ में है| और साहब आप एंट्री करने के बाद 'मे आई कम इन' पूछ रहे है, आने से पहले पूछा होता तो स्वागत लट्ठ से ही होता, अब तो धरा का धरा रह गया:) <br /><br />@अनुराग सर : समानता जरूर मिलेगी, इधर का जयकिशन उधर जा कर जैक्सन बन सकता है तो सांग को song बनने में क्या हर्ज है।<br /><br />@सतीश पंचम जी: आप से पूर्णतया सहमत।<br /><br />@शिव कुमार मिश्र जी एवं धीरू सिंह जी: आपका आना ही बहुत है जी। धन्यवाद।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-70266026925523945422010-06-27T22:05:24.533+05:302010-06-27T22:05:24.533+05:30अब शिव जी ने कह दिया तो आगे बचा ही क्याअब शिव जी ने कह दिया तो आगे बचा ही क्याdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-75621826765172281132010-06-27T20:22:22.255+05:302010-06-27T20:22:22.255+05:30क्या कमेन्ट करें? कुछ समझ नहीं आ रहा.
बड़ी पोस्ट ...क्या कमेन्ट करें? कुछ समझ नहीं आ रहा. <br />बड़ी पोस्ट है. दिल से कह रहा हूँ.Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-37078505579622371962010-06-27T20:12:29.234+05:302010-06-27T20:12:29.234+05:30यही तो रोना है संजय जी,
कमबख्त, सरकार कितनी भी ...यही तो रोना है संजय जी, <br /><br /> कमबख्त, सरकार कितनी भी दरियादिल हो जाय.....समुंदर तो फिर भी प्यासा ही रहेगा .....जिसके पास जितना है....धन कुबेर है...वह अपने रत्नगर्भ को रीता ही मानेगा और तरह तरह के जुगाड़ से सरकारी लाभ उठाने की सोचेगा। <br /><br /> और गरीब आदमी को तो पता ही नहीं होता कि सरकार क्या क्या स्कीम ला रही है और किसके लिए ला रही है।<br /><br /> इस सब को देख कभी कभी नक्सलवादीयों की मांगे जायज लगती हैं लेकिन उनका क्रूर चेहरा देख सारी सहानुभूति उड़नछू हो जाती है।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-83112298758071508042010-06-27T19:55:39.327+05:302010-06-27T19:55:39.327+05:30@मो सम कौन
सुखिया सब संसार है खाए और सोए
दुखिया द...@मो सम कौन <br />सुखिया सब संसार है खाए और सोए<br />दुखिया दास कबीर है जागे और रोए.<br /><br />@फत्तू <br />सांग और song की समानता के बारे में सोच रहा हूँ.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-35389398997482164092010-06-27T18:29:59.110+05:302010-06-27T18:29:59.110+05:30@ मो सम कौन ?
... भाई छोटे बडों पर आपके ख्याल जानक...@ मो सम कौन ?<br />... भाई छोटे बडों पर आपके ख्याल जानकर तसल्ली हुई ! <br />देखिये सब्सिडी होने का एक ही मतलब है कि सरकार सिद्धांतत: छोटों के हक़ में है पर क्रियांवयन-कर्ता एजेंसी यानि कि नौकरशाह / राजनेता ,बडों के साथ मिलकर इसे दूसरी तरह से व्यवहारिक बना देते है ! <br />आपके ब्लाग सांग (टिप्पणी बाक्स) पर पहली बार आयें है देखिये कोई अन्दर लाठी लेने तो नहीं चल दिया :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8140631366854578091.post-55593854149345168932010-06-27T18:17:08.917+05:302010-06-27T18:17:08.917+05:30Bahut gahrayi me le ja ke chhoda! Aakhir us gareeb...Bahut gahrayi me le ja ke chhoda! Aakhir us gareeb ko paise diye yaa nahee?kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.com