आज सागर नाहर जी की एक पुरानी पोस्ट पढ़कर ये प्रयोग किया है, देखते हैं कैसा नतीजा आता है। सफ़ल हो गये तो बल्ले-बल्ले, नहीं तो हमेशा की तरह थल्ले-थल्ले। बहरहाल, सागर जी तो धन्यवाद के पात्र बनते ही हैं।
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वैसे अपनी पसंद भी शायद निराली ही है।
वाह!
जवाब देंहटाएंआपका प्रयोग तो सफल रहा यानि बल्ले बल्ले ही रही। श्रेय देने के लिये धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंbadhiya hai.
जवाब देंहटाएं-Sagar ji ki purani posts mein aur bhi bahut si jaankariyan [podcast sambandhit ]kaam ki hain..
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